Simran Ansari

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रूहानी रिश्ता : भाग - 10 (अंतिम भाग)

     उधर दूसरी तरफ समीरा बुक स्टॉल से अपने घर वापस आती है तो देखती है उसके मम्मी पापा बैठकर आपस में कुछ बातें कर रहे हैं ऐसा उसके घर में बहुत कम ही होता है क्योंकि पापा अक्सर उसके बाद ही ऑफिस से घर आते हैं तो पापा को ऑफिस से जल्दी घर आया देखकर समीरा को थोड़ा शक होता है तो वह पूछती है क्या हुआ पापा सब ठीक तो है आज आप ऑफिस से जल्दी घर वापस आ गए......


   हां सब ठीक है वह आज घर पर कुछ गेस्ट आए थे तो तुम्हारी मम्मी ने फोन करके ऑफिस से half-day लेने को कहा था तो बस इसीलिए जल्दी आ गया......

अच्छा मम्मी कौन आया था मासी आई थी या बुआ और इतनी जल्दी चली क्यों गई मुझसे नहीं मिला कोई भी समीरा घर में इधर-उधर चारों तरफ नजर घुमाते हुए कहती हैं......

  इस बार उसकी मां हाथ पकड़ कर उसे खींच कर अपने पास सोफे पर बिठा लेती हैं और प्यार से उसकी तरफ देखते हुए बोलती हैं सिर्फ बुआ और मासी ही गेस्ट नहीं होते बेटा और जो गेस्ट आज आए थे वह तुझसे मिलने भी आएंगे संडे को और संडे को तो वैसे भी तेरी छुट्टी रहती है ना....... अपनी मां की इन मीठी मीठी बातों का मतलब अब समीरा को समझ में आने लगा था।।।

  लेकिन फिर भी वह पूरी तरह से अनजान बनते हुए बोली क्या हुआ मां? सीधे-सीधे बताइए ना आप कौन से गेस्ट की बात कर रही हैं समीरा ने अपनी मां से पूछा

अरे बेटा संडे को तुझे देखने लड़के वाले आ रहे हैं हां जी दिन में पंडित जी तेरा रिश्ता लेकर आए थे बहुत अच्छे लोग हैं और लड़का भी आ रहा है तू मिल लेना फिर जैसा तेरा मन हो हमें बता देना हम वैसे भी तेरे साथ कोई जबरदस्ती नहीं करेंगे.....

अरे मां इतनी भी जल्दी क्या है मुझे खुद से दूर भगाने की और वैसे भी मुझे अभी शादी वादी नहीं करनी- समीरा मुंह बनाते हुए बोली

इस बार समीरा के पापा समझाते हुए बोले- हां तो हम कौन सा तेरी शादी कल ही करवाए दे रहे हैं हमारे लिए एक बार लड़के से तो मिल लें.....

अब अपने पापा की इस बात पर समीरा को मना करते नहीं बना लेकिन उसके दिलो-दिमाग में करन का चेहरा घूमने लगा और वह ठीक है मिल लूंगी........ बस इतना ही कह कर वाह-वाह कर अपने कमरे में आ गई और तकिए में मुंह छुपा कर रोने लगी...... और फिर खुद को समझाते हुए बोली मैं भला क्यों रो रही हूं वह भी उसके लिए जिसके दिल का हाल भी मैं नहीं जानती कि उसके दिल में मेरे लिए क्या है उसने आज तक मुझसे नहीं बोला।।।।

फिर उसकी ही अंतरात्मा उससे बात करते हुए बोली- हां तो उसने नहीं बोला तो क्या तू किसी और से शादी कर लेगी प्यार तो तू करन से ही करती है ......

हां करती हूं उससे प्यार लेकिन मुझे नहीं पता वह मुझसे करता है या नहीं और उसने आज तक बोला भी तो नहीं..... समीरा ने खुद को जवाब दिया

हां तो तुम्हें भी कौन सा उससे बोला कि तू से प्यार करती है लेकिन फिर भी तुम दोनों एक दूसरे की दिल की बात जानते हो ऐसा जरूरी तो नहीं कि हर बात बोलनी पड़े.....

लेकिन फिर भी एक बार वह बोल देता तो मैं स्योर हो जाती और घर पर मां पापा को बता सकती थी......

लेकिन वेकिन कुछ नहीं तू ही बोल दे ना उसको-

अरे लेकिन मैं कैसे बोल सकती हूं......... समीरा खुद से ही बात करने में बिजी थी कि तभी उसका फोन रिंग हुआ और उसने मोबाइल उठा कर देखा तो करण का ही कॉल था उसने जल्दी से कॉल पिक कर लिया- और करन से बोली बहुत लंबी उम्र है तुम्हारी......

अच्छा मतलब मेरे बारे में ही सोच रही थी वैसे क्या सोच रही थी करण ने पूछा तो करण की इस सवाल पर समीरा को समझ आया कि वह क्या बोल गई.....

लेकिन फिर भी बात संभालते हुए बोली हां वह तुम्हें एक बात बतानी है तो बस इसीलिए तुम्हारे बारे में सोच रही थी.....

हां तो फिर चलो बताओ वेट किस बात का कर रही हूं वैसे मुझे भी तुम्हें कुछ बताना है- करण ने खुश होते हुए कहा

अच्छा तो फिर तुम ही पहले बता दो- समीरा ने करन से कहा

नहीं मैं ऐसे ही फोन पर नहीं बता सकता मुझे तुम्हें मिलकर बताना है कल शाम को तुम शॉप से जल्दी निकल आना फिर मैं तुम्हें बताऊंगा कहां आना है.... वैसे जब तक तुम बता दो क्या बात बतानी थी??? करण ने कहा

अरे नहीं मैं भी फोन पर नहीं बता सकती कल मिलकर ही बताऊंगी- समीरा ने कहा 

अच्छा ठीक है तुम भी कल ही बता देना अभी मुझे कुछ काम है तो बाय-कहकर करण फोन काट देता

ओके बाय कहकर समीरा भी मोबाइल साइड में रख देती है
आज उसका डिनर करने में भी मन नहीं लगता और वह थोड़ा सा खा कर वापस अपने कमरे में आ जाती है और बेसब्री से सुबह होने का इंतजार करने लगती है.....

अगली सुबह टाइम से पहले ही उठकर रेडी होकर बिना नाश्ता किए ही काम पर चली जाती है उसे बस जल्दी से जल्दी करन से अपने रिश्ते वाली बात बतानी है जिससे कि वह उसके दिल की बात भी जान सके।।।

लेकिन वहां शॉप पर पहुंचती है और काफी देर हो जाती है दोपहर के 12:30 बज जाते हैं लेकिन करण अभी तक शॉप पर नहीं आता तो समीरा को उस पर बहुत गुस्सा आता है वह उसे कॉल करती है लेकिन करण का फोन स्विच ऑफ आता है अजय और पुनीत से पूछती है तो वह लोग उसे एक कार्ड देते हैं......

  यह कार्ड करण ने समीरा को देने के लिए उन दोनों को दिया होता है समीरा गुस्से में वह कार्ड ले लेती है और कहती है एक कॉल नहीं रिसीव कर सकते और पुराने जमाने की तरह चिट्ठी भिजवाई है वह गुस्से में खोलकर कार्ड पढ़ने लगती है और कार्ड पर सिर्फ इतना लिखा होता है- "मीट मी टुडे इवनिंग 4:00 पीएम एट माय हाउस"

उस पर लिखा इतना सा नोट पढ़कर समीरा को और गुस्सा आ जाता है वह कहती हैं थोड़ा ज्यादा नहीं लिख सकता था क्या सिर्फ इतना कि 4:00 बजे उससे उसके घर पर मिलना है यह बात आप उन पर भी तो कह सकता था यह एक मैसेज ही कर देता लेकिन फिर मुस्कुराते हुए वह कार्ड अपने बैग में रख लेती है और बेसब्री से घड़ी की तरफ देख कर 3:30 बजने का इंतजार करने लगती हैं और 3:30 बजते ही अजय और पुनीत को बोलकर वह वहां से करण के घर के लिए निकल जाती है......


   वहीं दूसरी तरफ करण ने अपनी टेरेस को बहुत ही खूबसूरत तरह से सजाया होता है फ्लावर्स और बैलून्स के साथ और साथ में दो चेयर और एक टेबल उस पर एक प्यारा सा केक एक शैंपेन की बोतल और काफी सारे फ्लावर्स बहुत अच्छी तरह से डेकोरेट करके रखे थे अब वह सिर्फ बेसब्री से समीरा के आने का इंतजार कर रहा था ताकि वह आज उससे अपने दिल की बात कह पाए उसे पता था समीरा भी उससे प्यार करती है।।।

  सारी तैयारियां करने के बाद उसने ब्लैक कलर का कोट सूट पहना और बार-बार उसकी पैंट की जेब से एक रिंग की डिब्बी निकाल कर देख रहा था वह आज ही समीरा को शादी के लिए भी प्रपोज करने वाला था और इसके लिए उसने पूरी तैयारी कर ली थी अब बस इंतजार था तो समीरा का.....

  उधर दूसरी तरफ समीरा करण के घर जाने के लिए निकली तो उसे कोई टैक्सी ही नहीं मिल रही थी इसलिए उसने काफी देर तक वेट करने के बाद जब देखा टाइम ज्यादा हो रहा है तो उसने सोचा थोड़ी दूर पैदल चलकर चली जाती है शायद आगे से टैक्सी मिल जाए तभी 4:30 बज जाती हैं और इतनी देर होने पर करण अपने फोन से समीरा को कॉल करता है समीरा का फोन रिंग होता है लेकिन जब तक वह बैग से मोबाइल निकालती है कॉल डिस्कनेक्ट हो जाती है वह मोबाइल बैग में वापस रखने वाली होती है कि इतनी देर में करण दोबारा कॉल कर देता है और वहां कॉल रिसीव करके उससे बात करने लगती है.....

  अरे यार कहां हो??? इतनी देर से तुम्हारा वेट कर रहा हूं 

हां आ रही हूं बस रास्ते में हूं वह टैक्सी नहीं मिल रही है

वैसे आज जब वेट कर रहा हूं तो इतनी देर लगा रही हो नहीं तो हमेशा टाइम से पहले ही आ जाती थी शॉप पर.....

   हां वह बस मैं पहुंचने ही वाली हूं फोन पर बात करते वक्त समीरा का ध्यान नहीं रहता और सड़क क्रॉस करते वक्त वह सामने से आ रही ट्रक को देख नहीं पाती उसी ट्रक से उसकी टक्कर हो जाती है........

आआआआआआआआ............ नहींइइइइइइइइ............. सीखते हुए समीरा ट्रक से टकरा जाती हैं और उसके हाथ से मोबाइल छोड़कर दूर गिरता है और उधर दूसरी तरफ करण भी उसकी चीज सुनता है वह उधर से फोन पर ही चिल्लाने लगता है हेलो हेलो समीरा क्या हुआ तुम्हें??? तुम ठीक तो हो ना.......

तभी वहां पर इकट्ठा हुई भीड़ में से कोई समीरा का फोन उठा लेता है और उससे कहता है जो अभी आप से फोन पर बात कर रही थी उनका एक्सीडेंट हो गया है और हम सब उन्हें लेकर सिटी हॉस्पिटल जा रहे हैं आप भी वही पहुंची है और उनकी फैमिली को भी इन्फॉर्म कर दीजिएगा इतना कहकर वह आदमी बिना करण की कोई बात सुने कॉल काट देता है.....

यह सुनकर करण हैरान-परेशान सा अपनी बाइक लेकर हॉस्पिटल की तरफ भागता है और वहां जाकर सोचता है समीरा के घर वालों को कैसे बताएं........ समीरा ठीक तो हो जाएगी ना??? यह सोच सोच कर करण की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे उसे कुछ समझ नहीं आता वह परेशान होकर ऑपरेशन थिएटर के बाहर ही चलता रहता है और जो भी डॉक्टर वहां से बाहर निकलते हैं उन सब से पूछता है समीरा ठीक तो हो जाएगी ना.....

  लेकिन सभी डॉक्टर नर्स उसे बिना कुछ जवाब दिए वहां से आते जाते रहते हैं और उसे कहते हैं इनकी फैमिली को इन्फॉर्म कर दीजिए...... तभी करण पुनीत को फोन करके सब कुछ बता देता है और पुनीत से कहता है समीरा के पेरेंट्स को इन्फॉर्म कर दे बात करते-करते करण रोने लगता है इस पर पुनीत उसे कहता है मैं बता दूंगा तू समीरा का ध्यान रख मैं और अजय भी थोड़ी देर में हॉस्पिटल आ रहे हैं.... तू प्लीज अपने आप को संभाल और भगवान पर भरोसा रखो सब ठीक हो जाएगा।।।।


  नहीं है मुझे भगवान पर भरोसा मेरी लाइफ में जो भी मुझसे प्यार करता है उन सब को भगवान मुझसे दूर कर देते हैं लेकिन मैं समीरा को उन्हें मुझसे दूर नहीं करने दूंगा बिल्कुल भी नहीं- कहकर करण बिना पुनीत की बात सुने ही फोन काट देता है

   थोड़ी देर में डॉक्टर आकर कहते हैं अब वह खतरे से बाहर हैं आप जाकर उन्हें देख सकते हैं यह सुनकर करण की आंखों में खुशी के आंसू आ जाते हैं और वह भाग कर कमरे के अंदर जाता है तो देखता है समीरा अभी भी बेहोश पड़े हैं और उसके पास रखी चेयर पर बैठ कर बोलता है- क्या यार मैं तुम्हें सरप्राइज देने वाला था लेकिन तुमने तो मुझे ही सरप्राइज दे दिया ऐसा मजाक मेरे साथ दोबारा कभी नहीं करना अगर मेरी वजह से तुम्हें कुछ भी हो जाता तो मैं नहीं जी पाता........


अच्छा जी इतना प्यार करते हो मुझसे मुझे तो पता ही नहीं था और सॉरी हां मैंने तुम्हारा सरप्राइज खराब कर दिया- समीरा धीरे से अपनी आंखें खोलते हुए कहती हैं

उसे ठीक देखकर करन बहुत खुश हो जाता है और उसे कहता है तुम ठीक तो हो ना कहीं दर्द तो नहीं हुआ और ऐसे रोड क्रॉस करते वक्त कॉल मत रिसीव किया करो अगर आज तुम्हें मेरी वजह से कुछ हो जाता तो मैं भी जिंदा...... और उसकी बात पूरी होने से पहले ही समीरा अपना हाथ करण के मुंह पर रख देती है और कहती है कुछ हुआ तो नहीं ना मुझे देखो मैं ठीक हूं......

  उसकी इस बात पर करण और भी ज्यादा इमोशनल हो जाता है और अपनी जेब से रिंग निकालकर उसकी उंगली में पहनाते हुए कहता है आई लव यू समीरा आई लव यू सो मच...... विल यू मैरी मी???

  आई लव यू टू करण मैं भी तुमसे उतना ही प्यार करती हूं लेकिन मैं अपने मम्मी पापा की मर्जी के बिना नहीं कर सकती आई होप यू अंडरस्टैंड.......

करण कुछ बोल पाता इससे पहले ही समीरा के मम्मी पापा अजय और पुनीत के साथ दरवाजे पर खड़े खड़े उन दोनों की सारी बातें सुन लेते हैं और समीरा के पापा बोलते हैं हां कर दो बेटा तुम्हारी खुशी में ही हमारी खुशी है इससे ज्यादा प्यार करने वाला लड़का तुम्हें कहीं नहीं......

थैंक यू सो मच पापा समीरा की आंखों में आंसू आ जाते हैं और तभी करण दोबारा उससे पूछता है विल यू मैरी मी??

यस ओब्वियसली यस यू इडियट कह कर लेटे लेटे ही उसे गले लगा लेती हैं और वहां खड़े सभी लोगों की आंखों में खुशी के आंसू आ जाते हैं.......


समाप्त।।।।।


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8 Comments

Inayat

22-Mar-2022 02:01 AM

बहुत ही अच्छी कहानी है आपकी

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Sandhya Prakash

22-Mar-2022 01:38 AM

Kahani bahut khoobsurat thi, padh kar a achchi feeling aai. Ye kahani thoda hatkar bhi lagi lekhni ki baki kahaniyo se. Umid h aapki aisi hi aur behtreen kahaniyan padhne ko milengi. Dhanyavad🙏🙏👌👌👌

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Art&culture

19-Mar-2022 11:10 AM

Kahani bhut achchi thi, mujhe pasand aai👌👌👌👌

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